विश्व शाकाहार दिवश: अक्टोबर-०१

ओ३म्.. विश्व शाकाहार दिवश.. ‘उत्तर अम्रिकी शाकाहारी समाज’ले सन् १९७७ देखि अम्रिकामा ‘विश्व शाकाहार दिवस’ मनाउन सुरु गरेको थियो। त्यस समाजले मुख्य रुपमा शाकाहारी जीवनका सकारात्मक तथ्यहरुलाई संसारका सामु ल्याउने गर्दछ। यसको लागि त्यस समाजले शाकाहार संग सम्बन्धित कयौं अध्ययन पनि गराएको छ। चाख लाग्दो कुरो यो छ कि त्यस समाजले यो अभियान शुरू गरेपछि अम्रिकामा मात्र लगभग १० लाख भन्दा धेरै मानिसले मांसाहारलाई पूर्ण रुपमा त्याग गरेका थिए। अहिले त्यहाँ लगभग ५% युरोपमा १५% र भारतमा ३१%मानिस शाकाहारी छन्। विभिन्न आहार विशेषज्ञहरुको भनाइ छ कि शाकाहारी भोजनमा रेशा अत्यधिक मात्रामा पाइन्छ र यसमा विटामिन तथा लवणको मात्रा पनि अपेक्षाकृत अधिक हुन्छ। हाम्रो सनातन वैदिक संस्कृतिमा परापूर्व काल देखि हाम्रा ऋषि-मुनिहरुले शाकाहारको महिमामा नै जोड दिएका छन्, तर अहिले आधुनिक वैज्ञानिकहरुले र … Continue reading विश्व शाकाहार दिवश: अक्टोबर-०१

ठाकुरजी घर कैसे लौटें?

ठाकुरजी घर कैसे लौटें? पण्डित श्री रामचन्द्रजी देहलवी दिल्ली में बाबू सुन्दरलालजी अहलुवालिया के घर में किराये पर रहा करते थे। उनका एक मन्दिर भी था। मन्दिर के पुजारी से पण्डितजी की मित्रता थी। एक दिन पुजारी ने अपने पुत्र ऋषि को आवाज़ लगाकर पूछा कि रात होनेवाली है, तूने मन्दिर को ताला लगाया अथवा नहीं? उसके नकारात्मक उज़र पर पुजारीजी भी कुछ रुष्ट होकर बोले कि यदि कोई ठाकुरजी को उठाकर ले-जाए तो गये हुए ठाकुर आज तक कभी वापस आये हैं? पूज्य पण्डित रामचन्द्र जी देहलवी सुनकर हँस पड़े और अपने पुजारी-मित्र से कहा-‘‘कभी आपने इनको गली-कूचों में घूमने का अवसर दिया है? ठाकुरजी बेचारों को ज़्या पता? वे तो आज तक कभी बाहर गये ही नहीं तो … Continue reading ठाकुरजी घर कैसे लौटें?

HADEES : FLOGGING COULD BE POSTPONED

FLOGGING COULD BE POSTPONED If a woman has just delivered and there is an apprehension that flogging might kill her, she may be spared �until she is alright� (4225). �AlI says: �O people, impose the prescribed punishment upon your slaves, those who are married and those not married, for a slave-woman belonging to Allah�s Messenger had committed adultery, and he committed me to flog her.  But she had recently given birth to a child and I was afraid that if I flogged her I might kill her.  So I mentioned that to Allah�s Messenger and he said �You have done well� � (4224).  The Prophet was a merciful man. On the basis of this hadIs, Muslim jurists conclude that flogging can … Continue reading HADEES : FLOGGING COULD BE POSTPONED

हदीस : हदूद

हदूद पन्द्रहवीं किताब में इस्लाम की दंड-संहिता, हदूद, का विवेचन है। इस पुस्तक को अहादीस कुरान अथवा सुन्ना में निरूपित दंड-विधान से संबंधित हैं। इनमें चोरी और मामूली डकैती के लिए अंगभंग की सजा, परस्त्री-गमन के लिए पत्थरों से मार डालने की सज़ा, कुमारी-गमन के लिए सौ करोड़ की सज़ा, शराब पीने के लिए भी अस्सी कोड़ों की सज़ा और इस्लाम छोड़ने पर मौत की सज़ा शामिल हैं। इस सब सज़ाओं का ज़िक्र पहले हो चुका है। author : ram swarup  

रोज़ा की बीवी

रोज़ा की बीवी शास्त्रार्थ-महारथी पण्डित श्री शान्तिप्रकाश जी ने यह घटना सुनाई। एक बार कुछ यात्री गाड़ी में यात्रा कर रहे थे। उनमें से एक मौलवी साहब भी थे। मौलवीजी कुछ फल आदि खाने लगे तो साथ बैठे हिन्दू-यात्री से भी बड़े स्नेह से कहा-‘‘आप भी लीजिए।’’ हिन्दू-यात्री ने कहा-‘‘मौलवी साहब! आज मेरा एकादशी का व्रत है, अतः कुछ न खाऊँगा।’’ मौलवीजी बोले, ‘‘ज़्या जानते हो कि एकादशी हमारे रोज़ा की बीवी है।’’ हिन्दू बेचारा कच्चा-सा होकर चुप हो गया। मौलवीजी हिन्दू की इस मनोदशा पर बड़े इतराए। समीप बैठे एक आर्यसमाजी से रहा न गया। वह बोला- ‘‘मौलाना! आपने बजा फ़र्माया। एकादशी रोज़ा की ही बीवी है, परन्तु रहती हिन्दुओं के यहाँ है। अब मौलवीजी ऐसे चुप हुए कि … Continue reading रोज़ा की बीवी

शाकाहार- कविता

ओ३म्.. [विश्व शाकाहार दिवशको अवसरमा] गर्व थ्यो नेपाल-भूमि लाई, कि गौतम बुद्धकी माता हुँ।। राम-कृष्ण र जनक जस्ता, वीरहरुकी यशगाथा हुँ॥ प्राणि-प्रेम र शान्तिको झण्डा, संसारमा जसले फहराए।। मेहनतले पकाएको खिर खाएर जसले सुजाताको मान बढाए॥ सपना जसले देखेका थे, आपसी मनमुटाव अन्तको।। यो भूमि जन्मस्थल हो, तिनै बुद्ध महा संतको।। कन्दमूल खानेहरु संग, मांसाहारी डराउँदथे।। भक्ति जस्ता शूर-वीरलाई, नमन अंग्रेजहरु गर्दथे॥ चौध वर्ष सम्म वनमा, जसको थियो धाम।। सबका मन-मन्दिरमा बस्ने, शाकाहारी नै थिए राम।। चाहेको भए खान सक्दथे, मासु पशुहरुको थुप्रोमा।। तर बयरले नै तृप्त भए, माता शबरीको झुप्रोमा॥ चक्र सुदर्शन धारी थे, महाभारत भन्दा भारी थे॥ शत्रुलाई वश गर्ने वाला, योगिराज शाकाहारी नै थे॥ उठ, जाग, पढेर हेर, आफ्नो गौरवमयी इतिहासलाई।। महर्षि मनु देखि फैलिएको, समस्त ज्ञान-स्मृतिलाई॥ … Continue reading शाकाहार- कविता

HADEES : A SLAVE ADULTERESS

A SLAVE ADULTERESS A more lenient view was taken in cases of adultery involving slave-women.  A slave-woman, even if she was married, was not to be stoned to death, and if she was unmarried, she was liable to half the penalty (fifty strokes).  If a slave-girl is unprotected (unmarried) and �commits adultery, then flog her and if she commits adultery again, then flog her and then sell her even for a rope of hair� (4221). author : ram swarup

हिन्दुओं का नरसंहार कर रहे दुर्दांत जेहादी दल PFI के मंच पर दिखे हामिद अंसारी.

हिन्दुओं का नरसंहार कर रहे दुर्दांत जेहादी दल PFI के मंच पर दिखे हामिद अंसारी. हर शब्द सच साबित हुआ सुदर्शन का एक ऐसा पक्षपाती महामहिम जिसने गैर राजनैतिक पद पर रहते हुए भी अपने शासन काल में सिर्फ और सिर्फ राजनैतिक ही नहीं जेहादी हरकतें भी की . एक ऐसा पक्षपाती व्यक्ति जिसके खिलाफ बोलने पर सुदर्शन न्यूज को नोटिस तक जारी हो गयी जबकि सुदर्शन न्यूज ने सबसे पहले उसकी जेहादी हरकतों को पकड़ा और पहचाना था . उस समय भले ही हमारा विरोध किसी ने जान कर या अनजाने में किया रहा हो पर आज सुदर्शन न्यूज की उस समय की कही गयी एक एक बात की तस्दीक अर्थात प्रमाणिकता साबित हो रही है और उसे साबित करने … Continue reading हिन्दुओं का नरसंहार कर रहे दुर्दांत जेहादी दल PFI के मंच पर दिखे हामिद अंसारी.

हदीस : दियत (हर्जाना)

दियत (हर्जाना) मुहम्मद ने रक्तपात-शोध की पुरानी अरब प्रथा को बरक़रार रखा (4166-4174)। अतएव जब एक औरत ने अपनी गर्भवती सौत को लाठी मारी और सौत का गर्भपात हो गया, तो उसके लिए मुहम्मद ने ”उस गर्भ में जो था“ उसके एवज में ”सबसे बढ़िया किस्म के एक मर्द या औरत गुलाम“ को हर्जाने के रूप में निश्चित किया। उस औरत के एक मुखर रिश्तेदार ने हर्जाना माफ़ करने की पैरवी की और तर्क दिया कि ”क्या हमें किसी ऐसे के लिए हर्ज़ाना देना चाहिए जिसने न कुछ खाया और न कोई शोर किया और जो न-कुछ के समान था।“ मुहम्मद ने उसके एतराज को ठुकरा दिया और कहा कि वह ”काफिया-बन्द मुहावरे बोल रहा है, जैसे कि रेगिस्तान के … Continue reading हदीस : दियत (हर्जाना)

पुनर्जन्म वेद द्वारा प्रमाणित…

पुनर्जन्म वेद द्वारा प्रमाणित:   वैदिक संस्कृतिमा पुनर्जन्मलाई मान्यता दिइएको छ। यजुर्वेद: ४/१५ जीवात्माको पुनर्जन्म विषयमा भन्छ – पुनर्मनः पुनरायुर्मऽआगन् पुनः प्राणः पुनरात्मामऽआगन् पुनश्चक्षुः पुनः श्रोत्रं मेऽआगन्। वैश्वानरोऽअदब्धस्तनूपाऽअग्निर्नः पातु दुरिता- दवद्यात्।’’ भावार्थ: ‘‘हे ईश्वर, जब-जब हामि जन्म लिन्छौं, तब-तब हामीलाई शुद्ध मन, पूर्ण आयु, आरोग्यता, प्राण, कुशलतायुक्त आत्मा, उत्तम चक्षु र भोग प्राप्त होस्। विश्वमा विराजमान ईश्वर प्रत्येक जन्ममा हाम्रो शरीरको पालन गरोस्, त्यो अग्नि स्वरूप पाप द्वारा निन्दित कर्महरुबाट हामीलाई बचावस्।   गीता:२/२२ मा पनि त्यस्तै आशय छ- वसांसि जीर्णानि यथा विहाय, नवानि ग्रहति नरोऽपराणि। तथा शरीराणि विहाय जीर्णान्यन्यानि संयाति नवानि देही।। भावार्थ: जसरि मनुष्यले पुराना वस्त्रहरु त्यागेर नयाँ वस्त्र धारण गर्दछ, त्यसैगरी नै जीवात्मा पनि पुरानो शरीरलाई छोडेर नयाँ शरीर धारण गर्दछ।   अब प्रश्न उठ्न सक्छ कि … Continue reading पुनर्जन्म वेद द्वारा प्रमाणित…

आर्य मंतव्य (कृण्वन्तो विश्वम आर्यम)