Category Archives: आचार्य श्रीराम आर्य जी

कुरान समीक्षा : खुदा के पास नेकी और बदी के पृथक-पृथक रजिस्टर रहते हैं

खुदा के पास नेकी और बदी के पृथक-पृथक रजिस्टर रहते हैं

खुदा के ये रजिस्टर एक दो हैं या लाखों जिल्दों में है। रजिस्टरों के कागज किस पेपर मिल से मंगाये जाते हैं? तथा इनकी जिल्दें कहां पर बनती हैं?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

कल्ला इन्-न किताबल् फुज्जारि…………………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत ७)

कुकर्मी लोगों के कर्म रोजनामचा और कैदियों के रजिस्टर में हैं।

व मा अद्रा-क मा सिज्जीन…………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत ८)

और ऐ पैगाम्बर! तू क्या समझे कि कैदियों का रजिस्टर क्या चीज है?

किताबुम्-मर्कूम…………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत ९)

वह एक किताब है जिसकी खाना पूरी होती है।

कल्ला इन्-न किताबल् अब्रारि……….।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत १८)

अच्छे लोगों का कर्म लेखा बड़े रूतबे वाले लोगों के रजिस्टर में है।

किताबुम् मर्कूमुंय………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत २०)

वह एक किताब है जिसकी खाना पूरी होती रहती है।

यश्हदुहुल् मुकर्रबून…………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत २१)

फरिश्ते जो नजदीक हैं उस पर तैनात हैं।

समीक्षा

खुदा के यहाँ भी पुलिस विभाग की रोजनामचा के रजिस्टर पृथक-पृथक रहते हैं और उनकी रक्षा को सिपाही तैनात रहते हैं। हर महकमे के कार्यालय भी खुदा के यहाँ बने हुए हैं।

खुद भी बिचारा बिना रजिस्टरों के कोई न्याय नहीं कर सकता है। कुरानी खदा वास्तव में ही बड़ा मजबूर है जिस पर हमें बड़ी दया आती है।

कुरान समीक्षा : सूरज लपेटना और तारे झड़ना

सूरज लपेटना और तारे झड़ना

सूरज को चादर में लपेटा जावेगा या रस्सी से बाँधा जावेगा? और तारे झाड़कर किसी मैदान में जमा किये जावेंगे किसी तालाब में, या अरब में किसी विशेष स्थान पर इकट्ठे किये जावेंगे ? क्या यही खुदाई इल्म का नमूना है?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

इजश्शम्सु कुव्विरत्……………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा तक्वीर रूकू १ आयत १)

……….जिस वक्त सूरज लपेट लिया जायेगा।

व इजन्नजुजूमुन-क-द-रत्…………..।।

(कुरान मजीद परा ३० सूरा तक्वीर रूकू १ आयत २)

……….और जिस वक्त तारे झड़ पड़े

व इजस्समाउ कुशितत्………….।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा तक्वीर रूकू १ आयत ११)

……..जिस वक्त आसमान की खाल खींची जायेगी।

इजस्समाउन्फ त-रत…………..।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्फितार रूकू १ आयत १)

……….जब आसमान फट जाये।

समीक्षा

सूरज को किस चादरे में लपेटा जायेगा? और तारे जो जमीन से भी कई गुणा बड़े-बड़े लोक हैं वह झड़ कर कहाँ पर गिरेंगे? कुरान की कल्पना भी प्रलय की विलक्षण है।

शून्य आकाश का फाड़ा जाना व उसकी खाल खींची जाना लिखना अक्लमन्दी की बात नहीं है।

नोट- आप कुरान-ए मजीद की यह सूरा तक्वीर जरूर पढ़ें, जहां अनेकों असम्भव बातों का जिकर अल्लाह मियाँ की ओर से किया गया है।

लाजपत राय अग्रवाल

कुरान समीक्षा : सूरज और चाँद जमा किये जायेंगे

सूरज और चाँद जमा किये जायेंगे

बतावें सूरज और चाँद को किसी मौलवी की छत पर जमा किया जावेगा या अरब में किसी मकान या मस्जिद में उनको लाकर रखा जावेगा? कुरानी खुदा का इल्म काबिले तारीफ था।

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व जुमिअश्शम्सु वन्क-मरू…………।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा कियामः रूकू १ आयत ९)

……….और सूरज और चाँद जमा कर दिये जायें।

समीक्षा

इनको कहाँ पर जमा किया जावेगा, अरब में या किसी मस्जिद की छत पर या किसी मौलवी के घर में?

कुरान समीक्षा : सबके गले में खुदा ने भाग्य पत्र बांध रखा है

सबके गले में खुदा ने भाग्य पत्र बांध रखा है

जब खुदा लोगों को अपने कर्म करने में स्वतन्त्र नहीं रखता, खुद ही उनका भाग्य पैदा होते ही लिख देता है तो लोगों के कर्मों की जिम्मेदारी खुदा मियाँ की हो जावेगी। तब खुदा को किसी को भी दण्ड देने का हक कैसे होगा? यह साबित किया जावे?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व कुल्-ल इन्सानि-न् अल्जम्नाहु………।।

(कुरान मजीद पारा १५ सूरा बनी इस्राईल रूकू २ आयत १३)

और हमने हर आदमी का भाग्य किताब के रूप में उसकी गर्दन में लटका दिया है और कयामत के दिन हम उसके कारनामों का लेखा-जोखा निकाल कर उसके सामने पेश करेंगे।

समीक्षा

खुदा जब पैदा करते समय ही हर एक के गले में उसका भाग्य लिख कर बाँध देता है तो इसका अर्थ यह है कि खुदा जैसा चाहता है लिख देता है वैसा ही कर्म मनुष्य करता है।

तब मनुष्य की अपने कर्मों के लिए जवाब देही समाप्त हो जाती है और खुदा की जवाब देही बन जाती है।

कुरान समीक्षा : आसमान में चौकिदार भी हैं

आसमान में चौकिदार भी हैं

यह चौकीदार आसमान में किस चीज के चोरी होने से रोकने की चैकिदारी किया करते हैं? ये स्वयंसेवक है या अपनी तनख्वाह खुदा से लेते हैं?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व अन्ना ल-मस्-नस्समा- अ फ -…………।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा जिन्न रूकू १ आयत ८)

और हमने आसमान को टटोला तो उसको सख्त चौकीदारों और अंगारों से भरा पाया।

समीक्षा

बिना टटोले खुदा यह बात भी न जान सका था कि आसमान में चौकीदार भी बैठे हैं आसमान में बुर्ज चौकीदार और अंगारे भरे होने की बात उल्माये कुरान को प्रत्यक्ष साबित करनी चाहिये, वरना कोई इस पर विश्वास नहीं करेगा।

कुरान समीक्षा : खुदा कितनी दूर रहता है

खुदा कितनी दूर रहता है

बतावें कि खुदा जमीन से हजार किलोमीटर से कम ऊंचा है या उससे भी ऊपर है । यदि ऊपर है तो कितना?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

मिनल्लाहि जिम्ल्म आरिज…………..।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा मआरिज रूकू १ आयत ३)

खुदा के मुकाबिले में जो सीढ़ियों (आसमानों) का मालिक है। उसकी तरफ से नाजिल होगा।

त अ्-रजुल-मलाइ कतु वर्रूहु……….।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा मआरिज रूकू १ आयत ४)

उनसे फरिश्ते और रूह उसकी तरफ एक दिन में चढ़ते हैं और उसका अन्दाजा ५० हजार वर्ष का होगा।

समीक्षा

यदि ऊपर चढ़ने की रफ्तार प्रति घन्टा बता दी जाती तो खुदा और उसके रहने के स्थान बहिश्त की दूरी का ठीक-ठीक पता लगाया जा सकता था?

कुरान समीक्षा : खुदा के तख्त को आठ फरिश्ते उठाये हुए होंगे

खुदा के तख्त को आठ फरिश्ते उठाये हुए होंगे

बतावें कि खुदा और उसके तख्त में वजन कितना है? जो आठ फरिश्तों को उठाना होगा।

शायद खुदा तख्त के मुकाबिले में वजन में कुछ हल्का ही बैठेगा, आपका क्या ख्याल है?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

बल्म-लकु अला अर्जाइहा व………।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा हाक्का रूकू १ आयत १७)

उस दिन (कयामत के दिन) तुम्हारे परवर्दिगार के तख्त को आठ फरिश्ते अपने ऊपर उठाये हुए होंगे

समीक्षा

ये फरिश्ते यदि थक कर तख्त को पटक दे तो तख्त व उसका सवार अरबी खुदा कहाँ गिरेगा?

फरिश्ते किस पर खड़े होंगे? तख्त अधर आसमान में क्यों नहीं रूका रह सकेगा जब कि सूरज तक अधर हुआ है।

कुरान समीक्षा : गैर मुस्लिमों से जिहाद का हुक्म

गैर मुस्लिमों से जिहाद का हुक्म

क्या इससे साबित नहीं है कि कुरान फिसाद फैलाने वाली पुस्तक है? दुनियां में लडाई झगड़े कराना ही क्या कुरान का उद्देश्य नहीं था जिसमें ऐसी-ऐसी फिसादी आयतें हदी हुई हैं।

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

या अय्युहन्नबिय्यु जाहिदिल्………….।।

(कुरान मजीद पारा २८ सूरा तह्रीम रूकू २ आयत ९)

ऐ पैगम्बर काफिरों और मुनाफिकों से जिहाद कर और उन पर सख्ती कर, उनका ठिकाना तो नरक है और वह बुरी जगह है।

समीक्षा

संसार को किसी मजहबी किताब में अपने से भिन्न विचारधारा रखने वालों से लड़ने उन पर जुल्म करने का उपदेश नहीं मिलेगा बल्कि सभी के साथ प्रेम शान्ति से रहने के उपदेश मिलेंगे।

किन्तु दूसरों पर जुल्म करने की जहरीली आज्ञायें केवल कुरान में मिलेंगी। कुरान विश्व शान्ति का खुला शत्रु है इस आयत से साफ जाहिर है।

कुरान समीक्षा : कसमें तोड़ डालने का आदेश

कसमें तोड़ डालने का आदेश

लोगों अर्थात् मुसलमानों को झूठ बोलना झूठी कस्में खाने को उत्साह, प्रोत्साहन देना, आदि का हुक्म देकर खुदा ने इस्लाम को दुनियां में बदनाम क्यों किया है। यदि लोग मुसलमानों का विश्वास न करें उन्हें झूठा लगे तो वे गलत क्यों होंगे?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

कद् फ-र-जल्लाहु लकुम् तहिल्ल…….।।

(कुरान मजीद पारा २८ सूरा तह्रीम रूकू १ आयत २)

तुम लोगों के लिए खुदा ने तुम्हारी कसमों को तोड़ डालने का हुक्म दे रखा है और अल्लाह ही तुम्हारा मददगार और हिकमत वाला है।

समीक्षा

मुसलमानों को अमल कुरान के अनुसार रहता है सभी को यह समझ लेना चाहिए और कस्मों पर विश्वास करके धोखा नहीं खाना चाहिए। ऊपर की आयत से स्पष्ट है कि अरबी खुदा-कुरान और मुसलमान सहसा विश्वास योग्य नहीं है कसमें वायदों को तोड़ डालना इस्लामी सभ्यता का नमूना है।

कुरान समीक्षा : ईसा के बाद अहमद आवेगा

ईसा के बाद अहमद आवेगा

खुदा ने ऐसी गलत बात क्यों कही जो ईसा ने कभी भी इन्जील में नहीं कही थी कि जिसे खुदा ने अपना पैगम्बर बताया था, इससे कुरान में झूठी बात लिखी होने का ऐब भी है। यह आयत कुरान पारा १५ सूरे कहफ रूकू १ आयत १ को गलत साबित कर देती है।

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व इज् का- ल अीसब्नु मर्-य……………।।

(कुरान मजीद पारा २८ सूरा सफ्फ रूकू १ आयत ६)

ईसा ने कहा….. एक पैगाम्बर की खुशखबरी देता हूँ जो मेरे बाद आवेगा उसका नाम ‘‘अहमद’’ होगा।

समीक्षा

ईसा ने इन्जील में यह भविष्यवाणी कभी नहीं की थी कि मेरे बाद ‘‘अहमद’’आवेगा, कुरान की यह बात बिल्कुल गलत है।