जो मनुष्य ’जूआ’ और समाह्वय स्वयं खेले या दूसरों से खिलायें राजा उन सबको और कपटपूर्वक द्विजों के वेश धारण करने वाले शूद्रों को शारीरिक दण्ड (ताड़ना, अंगच्छेदन ) आदि दे ।
जो मनुष्य ’जूआ’ और समाह्वय स्वयं खेले या दूसरों से खिलायें राजा उन सबको और कपटपूर्वक द्विजों के वेश धारण करने वाले शूद्रों को शारीरिक दण्ड (ताड़ना, अंगच्छेदन ) आदि दे ।