जो दण्ड है वही पुरूष, राजा वही न्याय को प्रचारकत्र्ता और सब का शासनकत्र्ता वही चार वर्ष और चार आश्रमों के धर्म का प्रतिभू अर्थात् जामिन् (जिम्मेदार) है ।
(स० प्र० ६ समु०)
जो दण्ड है वही पुरूष, राजा वही न्याय को प्रचारकत्र्ता और सब का शासनकत्र्ता वही चार वर्ष और चार आश्रमों के धर्म का प्रतिभू अर्थात् जामिन् (जिम्मेदार) है ।
(स० प्र० ६ समु०)