. राजा सदैव दंड का प्रयोग करने में तत्पर रहे सदैव पराक्रम दिखलाने के लिए तैयार रहे सदैव गोपनीय कार्यों को गुप्त रखे सदैव शत्रु के छिद्रों – कमियों को खोजता रहे ।
. राजा सदैव दंड का प्रयोग करने में तत्पर रहे सदैव पराक्रम दिखलाने के लिए तैयार रहे सदैव गोपनीय कार्यों को गुप्त रखे सदैव शत्रु के छिद्रों – कमियों को खोजता रहे ।