Adhyay : 3 Mantra : 93 Back to listings एवं यः सर्वभूतानि ब्राह्मणो नित्यं अर्चति । स गच्छति परं स्थानं तेजोमूर्तिः पथा र्जुना Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related