Adhyay : 3 Mantra : 181 Back to listings यत्तु वाणिजके दत्तं नेह नामुत्र तद्भवेत् । भस्मनीव हुतं द्रव्यं तथा पौनर्भवे द्विजे Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related