Adhyay : 3 Mantra : 182 Back to listings इतरेषु त्वपाङ्क्त्येषु यथोद्दिष्टेष्वसाधुषु । मेदोऽसृङ्मांसमज्जास्थि वदन्त्यन्नं मनीषिणः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related