क्रव्यादसूकरोष्ट्राणां कुक्कुटानां च भक्षणे । नरकाकखराणां च तप्तकृच्छ्रं विशोधनम्

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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