Adhyay : 1 Mantra : 84 Back to listings वेदोक्तं आयुर्मर्त्यानां आशिषश्चैव कर्मणाम् । फलन्त्यनुयुगं लोके प्रभावश्च शरीरिणाम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related