Category Archives: Islam

नाइजीरिया में 92 वर्षीय एक मौलवी ने 107 शादियां की जिनमें से 97 बीवियां अभी जिंदा हैं और 185 बच्चे हैं

6 बीवियां, 54 बच्‍चे: जनगणना में 70 साल के हाजी अब्‍दुल निकले सबसे ज्‍यादा बच्‍चे पैदा करनेवाले पाकिस्‍तानी

हाजी के इन 42 बच्चों में 22 लड़के हैं और 20 लड़कियां हैं।

इनमें हाजी के पोते-पोतियों को जोड़ा जाए तो पूरे परिवार की संख्या 150 बैठती है। (Photo Source: Twitter)

पाकिस्तान में बलूचिस्तान के नोशकी में जनगणना करने पहुंची एक टीम जनगणना के दौरान काफी अचंभित हो गई जब उन्हें पता चला कि एक व्यक्ति अपने 42 बच्चों के साथ रहता है। इस व्यक्ति का नाम हाजी अब्दुल मज़ीद मेंगल है। हाजी पेशे से ड्राइवर है। हाजी की 6 बीवियां हैं। इन बीवियों से उसे 54 बच्चे हुए, जिनमें से 12 की मृत्यु हो गई। हाजी फिलहाल अपनी चार बीवियों के साथ रह रहा है। उसकी दो बीवियों की भी मौत हो चुकी है। हाजी के इन 42 बच्चों में 22 लड़के हैं और 20 लड़कियां हैं। अगर इनमें हाजी के पोते-पोतियों को जोड़ा जाए तो पूरे परिवार की संख्या 150 बैठती है।

इससे पहले क्वेटा के रहने वाले जन मोहम्मद खिलजी के सबसे ज्यादा 36 बच्चे होने के खबर सामने आई थी। वहीं नाइजीरिया में भी ऐसा ही एक मामला पिछले साल देखने को मिला था। यहां रहने वाले 92 वर्षीय एक मौलवी के 185 बच्चे हैं। इस मौलवी ने वैसे तो 107 शादियां की जिनमें से 97 बीवियां अभी जिंदा हैं। ये सभी बच्चे मौलवी की 107 बीवियों के हैं। जब उनसे इस बारे में बात की गई थी तो उन्होंने अपने जवाब में कहा था कि अभी मैं जिन्दा हूं और आगे भी शादी करना जारी रखूंगा। मुस्लिम उलेमा की बात करें तो उनका कहना है कि एक व्यक्ति चार औरतों से शादी कर सकता है, बशर्ते वह सभी का बराबरी रूप से ख्याल रख सके।

आपको बता दें कि पाकिस्तान में दो दशकों के बाद जनगणना का काम शुरू किया गया है। 1998 के बाद से पाकिस्तान में जनगणना का काम नहीं किया गया था। संविधान के मुताबिक प्रत्येक 10 साल में जनगणना कराना जरूरी है। जनगणना के लिए सरकार की सर्व सम्मति होना जरूरी है। इस जनगणना में पहली बार तीसरी श्रेणी में आने वाले लोगों की भी गिनती की जाएगी। पाकिस्तान में यह छठी जनगणना है। इसका आरंभ 15 मार्च से हुआ था। जनगणना अधिकारियों को 25 मई तक पाकिस्तानी नागरिकों की गिनती पूरी करनी है।

source :http://www.jansatta.com/international/pakistani-man-have-42-children-reported-in-census-at-balochistan/292701/

Kashmiri cricket club wears Pakistani jersey, sings ‘Pak sarzamin shad bad’

Kashmiri cricket club wears Pakistani jersey, sings 'Pak sarzamin shad bad'

New Delhi: A local Kashmiri cricket club has triggered a huge controversy after a video surfaced on the social media showing its players wearing Pakistani cricket team’s uniform. The team members also sang the Pakistani national anthem before the start of the match.

As per reports, the match was held at the Wayil grounds in Ganderbal on April 2 – separatists had called for a hartal that day to protest against PM Narendra Modi’s visit to Jammu and Kashmir for the Chenani-Nashri tunnel.

The team that wore the Pakistani green is named after Baba Darya Ud Din, a popular saint whose shrine is situated in Ganderbal. Their opponents wore white.

InUth reports that prior to the start of the match, the commentator announced through loudspeakers that Pakistani national anthem would be played before the match as a ‘mark of respect’. The report adds that the playground is located next to the local police station.

“We wanted our team to look different and also wanted to show fellow Kashmiris that we haven’t forgotten Kashmir issue, so we found this particular theme as most appropriate and catchy,” InUth quoted a player as saying.

Watch the video:

source: http://zeenews.india.com/jammu-and-kashmir/kashmiri-cricket-club-wears-pakistani-jersey-sings-pak-sarzamin-shad-bad-1992813.html?src=fb

 

 

जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

 

 

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

    एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ मुस्लिम महिलाएं तलाक के बाद अपनी शादी बचाने के लिए मोटी रकम देकर ‘हलाला’ विवाह करती हैं. कुछ मुस्लिमों के द्वारा माने जाने वाले ‘हलाला’ परंपरा में तलाक के बाद महिला अगर पहले पति के पास जाना चाहती है तो उसे किसी दूसरे पुरुष से शादी करनी पड़ती है और फिर उसे तलाक देना होता है.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

     

    बीबीसी लंदन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल एज में हलाला सर्विस देने के नाम पर कई ऑनलाइन एकाउंट चल रहे हैं. किसी अजनबी के साथ हलाला विवाह करने के लिए महिलाएं से सर्विस एजेंसी पैसे मांगती है और उस शख्स के साथ उसे सोना भी पड़ता है.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

    हालांकि, काफी मुस्लिम हलाला को गलत मानते हैं. लंदन के इस्लामिक शरिया काउंसिल भी इस परंपरा का कड़ा विरोध करती है.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

    हालांकि, काफी मुस्लिम हलाला को गलत मानते हैं. लंदन के इस्लामिक शरिया काउंसिल भी इस परंपरा का कड़ा विरोध करती है.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं
     

    रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि ऑनलाइन एजेंसी सर्विस देने के लिए महिलाओं से 2 लाख रुपए तक चार्ज करते हैं. ऐसी ही एक सर्विस देने वाले शख्स ने यह भी बताया कि एक बार हलाला होने के बाद एक पुरुष महिला को तलाक देने से इनकार करने लगा.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

    कई बार हलाला के तहत महिलाओं को कई मर्दों के साथ भी सोना पड़ता है. उनका यौन शोषण भी होता है.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

    लंदन के इस्लामिक शरिया काउंसिल की खोला हसन कहती हैं कि हलाला पाखंड है. यह सिर्फ पैसा बनाने के लिए किया जाता है.

  • जब मुस्लिम महिलाएं शादी बचाने के लिए अजनबी के साथ सोती हैं

    खोला हसन यह भी कहती हैं कि महिलाओं को इससे बचाने के लिए काउंसिलिंग मुहैया कराई जानी चाहिए.

    source:http://aajtak.intoday.in/gallery/muslim-women-sleep-stranger-save-marriage-4-11853.html

कुरान समीक्षा : सूरज लपेटना और तारे झड़ना

सूरज लपेटना और तारे झड़ना

सूरज को चादर में लपेटा जावेगा या रस्सी से बाँधा जावेगा? और तारे झाड़कर किसी मैदान में जमा किये जावेंगे किसी तालाब में, या अरब में किसी विशेष स्थान पर इकट्ठे किये जावेंगे ? क्या यही खुदाई इल्म का नमूना है?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

इजश्शम्सु कुव्विरत्……………।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा तक्वीर रूकू १ आयत १)

……….जिस वक्त सूरज लपेट लिया जायेगा।

व इजन्नजुजूमुन-क-द-रत्…………..।।

(कुरान मजीद परा ३० सूरा तक्वीर रूकू १ आयत २)

……….और जिस वक्त तारे झड़ पड़े

व इजस्समाउ कुशितत्………….।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा तक्वीर रूकू १ आयत ११)

……..जिस वक्त आसमान की खाल खींची जायेगी।

इजस्समाउन्फ त-रत…………..।।

(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्फितार रूकू १ आयत १)

……….जब आसमान फट जाये।

समीक्षा

सूरज को किस चादरे में लपेटा जायेगा? और तारे जो जमीन से भी कई गुणा बड़े-बड़े लोक हैं वह झड़ कर कहाँ पर गिरेंगे? कुरान की कल्पना भी प्रलय की विलक्षण है।

शून्य आकाश का फाड़ा जाना व उसकी खाल खींची जाना लिखना अक्लमन्दी की बात नहीं है।

नोट- आप कुरान-ए मजीद की यह सूरा तक्वीर जरूर पढ़ें, जहां अनेकों असम्भव बातों का जिकर अल्लाह मियाँ की ओर से किया गया है।

लाजपत राय अग्रवाल

Muslims chant ‘Allah-O-Akbar’, throw gays from rooftop as Sharia punishment

Muslims chant ‘Allah-O-Akbar’, throw gays from rooftop as Sharia punishment

New Delhi: It’s a very disturbing video!

The video allegedly shows Muslims shouting ‘Allah-O-Akbar’ and throwing gays from rooftop as punishment according to Sharia law.

Famous columnist Tarek Fatah has tweeted the video.

WATCH (DISCLAIMER – The video contains graphic content)

Here is the tweet by Tarek Fatah:-

Muslims yell ‘Allah-O-Akbar’ as Gays are thrown from rooftop as punishment according to Sharia https://lnkd.in/etks7pc 

 

NOTE: Zee News doesn’t vouch for authenticity of the video 

source: http://zeenews.india.com/india/muslims-chant-allah-o-akbar-throw-gays-from-rooftop-as-sharia-punishment-1992370.html?src=fb

कुरान समीक्षा : सूरज और चाँद जमा किये जायेंगे

सूरज और चाँद जमा किये जायेंगे

बतावें सूरज और चाँद को किसी मौलवी की छत पर जमा किया जावेगा या अरब में किसी मकान या मस्जिद में उनको लाकर रखा जावेगा? कुरानी खुदा का इल्म काबिले तारीफ था।

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व जुमिअश्शम्सु वन्क-मरू…………।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा कियामः रूकू १ आयत ९)

……….और सूरज और चाँद जमा कर दिये जायें।

समीक्षा

इनको कहाँ पर जमा किया जावेगा, अरब में या किसी मस्जिद की छत पर या किसी मौलवी के घर में?

ALLAH IS NOT ENOUGH

ALLAH IS NOT ENOUGH

Belief in Allah alone in not sufficient.  It must be accompanied by belief in the apostleship of Muhammad.  A delegation of the tribe of RabI�a visits Muhammad.  He tells the delegates: �I direct you to affirm belief in Allah alone,� and then asks them: �Do you know what belief in Allah really implies?� Then he himself answers: �It implies testimony to the fact that there is no god but Allah, and that Muhammad is the Messenger of Allah.� Other things mentioned are prayer, zakAt, RamzAn, and �that you pay one-fifth of the booty� (23).  We shall hear more about war booty in its proper place.

In the same vein, Muhammad tells Mu�Az, whom he sends out as governor of Yemen: �First call them to testify that there is no god but Allah, that I [Muhammad] am the Messenger of Allah; and if they accept this, then tell them that Allah has made ZakAt obligatory for them� (27).

There is a still clearer statement of Muhammad�s mission.  �I have been commanded to fight against people till they testify that there is no god but Allah, that Muhammad is the Messenger of Allah, and they establish prayer, and pay ZakAtand if they do it, their blood and property are guaranteed protection on my behalf� (33).

Muhammad retails the word �Allah� profusely, but there are times when even Allah occupies a backseat.  �None of you is a believer till I am dearer to him than his child, his father and the whole mankind,� Muhammad tells the believers (71).

Allah and his Messenger-rather, Muhammad and his God-prayer, zakAt, RamzAn, and pilgrimage are sometimes called the �five pillars� of Islam, but there are other beliefs and institutions no less important which recur again and again in the HadIs.  These are, to name the more important ones, Paradise, Hell, Doomsday, jihAd (holy war against polytheists,) jizyA (the poll tax paid by polytheists), war booty (ghanImah), and khums (the holy one-fifth).  These are the staples of the religion preached by Muhammad.  Allah becomes concrete in His threats and punishments of Hell, and in His promises and rewards of Paradise.  Similarly, in the history of Islam, jihAd and war booty have played a more important role than even pilgrimage or zakAt.  All of these concepts will come up for review in this study in their proper places.

AUTHOR:  RAM SWARUP

कुरान समीक्षा : सबके गले में खुदा ने भाग्य पत्र बांध रखा है

सबके गले में खुदा ने भाग्य पत्र बांध रखा है

जब खुदा लोगों को अपने कर्म करने में स्वतन्त्र नहीं रखता, खुद ही उनका भाग्य पैदा होते ही लिख देता है तो लोगों के कर्मों की जिम्मेदारी खुदा मियाँ की हो जावेगी। तब खुदा को किसी को भी दण्ड देने का हक कैसे होगा? यह साबित किया जावे?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व कुल्-ल इन्सानि-न् अल्जम्नाहु………।।

(कुरान मजीद पारा १५ सूरा बनी इस्राईल रूकू २ आयत १३)

और हमने हर आदमी का भाग्य किताब के रूप में उसकी गर्दन में लटका दिया है और कयामत के दिन हम उसके कारनामों का लेखा-जोखा निकाल कर उसके सामने पेश करेंगे।

समीक्षा

खुदा जब पैदा करते समय ही हर एक के गले में उसका भाग्य लिख कर बाँध देता है तो इसका अर्थ यह है कि खुदा जैसा चाहता है लिख देता है वैसा ही कर्म मनुष्य करता है।

तब मनुष्य की अपने कर्मों के लिए जवाब देही समाप्त हो जाती है और खुदा की जवाब देही बन जाती है।

A last kiss for mama: Jihadi parents bid young daughters goodbye… before one walks into a Damascus police station and is blown up by remote detonator

A last kiss for mama: Jihadi parents bid young daughters goodbye… before one walks into a Damascus police station and is blown up by remote detonator
WARNING: GRAPHIC CONTENT
Footage shows a fanatic lecturing the two children, seven and nine, in Damascus
They are dressed in coats and hats before being embraced by burka-clad woman
Seven-year-old then thought to have been killed in explosion at a police station
The blast in Damascus, the Syrian capital, wounded three police officer

This is the moment jihadi parents kissed their daughters goodbye shortly before one of them walked into a Syrian police station and was blown up by a remote detonator.
Footage shows a male fanatic lecturing the two children, seven and nine, about how to carry out suicide bomb attacks before they are embraced by a woman in a burka.
A short time later, the seven-year-old is thought to have walked into a police station in Syria’s capital, Damascus, before being killed in an explosion.
With music in the background and sitting in front of a black and white flag, the ranting extremist holds the girls in his arms as he brainwashes them.

Footage captures the moment jihadi parents kissed their daughters goodbye shortly before one of them walked into a Syrian police station and was blown up by a remote detonator

Footage captures the moment jihadi parents kissed their daughters goodbye shortly before one of them walked into a Syrian police station and was blown up by a remote detonator

 Both girls say 'Allahu Akbar' before separate footage shows them dressed in coats and woolly hats as they embrace their mother and leave the room

 Both girls say ‘Allahu Akbar’ before separate footage shows them dressed in coats and woolly hats as they embrace their mother and leave the room

Footage shows a male fanatic lecturing the two children, seven and nine, about how to carry out suicide bomb attacks before they are embraced by a woman in a burka

Footage shows a male fanatic lecturing the two children, seven and nine, about how to carry out suicide bomb attacks before they are embraced by a woman in a burka

The seven-year-old is thought to have walked into a police station (pictured) in Syria's capital, Damascus, before being killed in an explosion believed to have been detonated remotely

The seven-year-old is thought to have walked into a police station (pictured) in Syria’s capital, Damascus, before being killed in an explosion believed to have been detonated remotely

Both girls then say ‘Allahu Akbar’ before separate footage shows them dressed in coats and woolly hats as they embrace their mother and leave the room.

A short time later, on December 16, a seven-year-old girl calmly walked into a Damascus police station before being killed in a bomb blast that also injured three officers.

 

Syrian journalists have reported the two adults as being husband and wife and parents to the two girls. They also linked one of the youngsters to the explosion on Friday.

In one video, the mother repeatedly hugs the seven-year-old, named as Islam, and the older girl, named as Fatima.

A man behind the camera asks the woman why she is sending her daughters to jihad when they are so young.

A short time later, the seven-year-old reportedly walked into a police station in Syria's capital, Damascus, and was killed in an explosion at a police head quarters

A short time later, the seven-year-old reportedly walked into a police station in Syria's capital, Damascus, and was killed in an explosion at a police head quarters

A short time later, the seven-year-old reportedly walked into a police station in Syria’s capital, Damascus, and was killed in an explosion at a police head quarters

It is not yet clear who ordered the attack, but there are local reports that her father was a member of Jabhat Fateh al-Sham, formerly known as al-Qaeda-linked Al-Nusra Front

It is not yet clear who ordered the attack, but there are local reports that her father was a member of Jabhat Fateh al-Sham, formerly known as al-Qaeda-linked Al-Nusra Front

She replies that ‘no one is young when it comes to jihad as every Muslim is supposed to participate in jihad.’

He then prays for Allah to accept the sacrifice the woman is making

In the second video the man believed to be the father asks one of the girls what she is ‘going to do today’ before she replies that she is going to carry out a suicide bombing in Damascus.

In an apparent reference to the bus evacuation of rebel fighters and residents from Aleppo last week, the man asks one of the children: ‘Shouldn’t you leave fighting to the men? Or did all of them flee in the green buses?’.

He later adds: ‘You are not going to be afraid because you are going to the Heavens, right?’.

The girl on the left replies simply: ‘Yes’.

Both children then say Allah Akbar on the man’s request before he starts saying prayers.

A ranting fanatic teaches his two children to become suicide bombers before kissing them goodbye

A ranting fanatic teaches his two children to become suicide bombers before kissing them goodbye

The Syrian Observatory for Human Rights confirmed there had been a blast in Midan but said it could not specify the cause

The Syrian Observatory for Human Rights confirmed there had been a blast in Midan but said it could not specify the cause

It is not yet clear which jihadist group was behind the attack. The explosion in the bustling Midan neighbourhood of the Syrian capital wounded three police officers, said the Al-Watan daily, which is close to the government.

‘A seven-year-old girl entered the police station, carrying a belt that was detonated from afar,’ the paper posted on its Facebook page.

A police source told Al-Watan that the little girl had appeared lost and asked to use the bathroom when the explosives went off.

Although rebel groups have fired rockets and mortar rounds into the capital, explosions inside the city itself are rare.

Syrian state news agency SANA said earlier there were preliminary reports about a ‘terrorist explosion at the Midan police station in Damascus’.

The Syrian Observatory for Human Rights confirmed there had been a blast in Midan but said it could not specify the cause.

Syrian police injured after girl blows herself up inside station

A police source told Al-Watan that the little girl had appeared lost and asked to use the bathroom before the explosives went off

A police source told Al-Watan that the little girl had appeared lost and asked to use the bathroom before the explosives went off

A news report from the scene showed the girl's remains, which had been blurred out by the television network

A news report from the scene showed the girl’s remains, which had been blurred out by the television network

Observatory head Rami Abdel Rahman told AFP that ‘one woman’ was killed in the blast, but it remained unclear whether she was a suicide bomber or a bystander.

In early 2012, a suicide bomber killed 26 people when he blew himself up in Midan. More than 310,000 people have died since Syria’s conflict broke out in 2011.

The attack happened in the Syrian capital, President Bashar al-Assad’s stronghold of Damascus.

A brutal battle to retake the city of Aleppo appears to have come to an after a ceasefire and evacuation of residents was agreed with rebels.

But Assad’s forces are still fighting insurgents near the capital while large areas of the country remain in rebel control in the northwestern countryside and in the far south.

source: http://www.dailymail.co.uk/news/article-4054312/Jihadi-parents-teach-young-daughters-suicide-bombers-kiss-goodbye-startling-footage-shortly-seven-year-old-walked-Damascus-police-station-blown-remote-detonator.html#v-2311721423785249087

कुरान समीक्षा : आसमान में चौकिदार भी हैं

आसमान में चौकिदार भी हैं

यह चौकीदार आसमान में किस चीज के चोरी होने से रोकने की चैकिदारी किया करते हैं? ये स्वयंसेवक है या अपनी तनख्वाह खुदा से लेते हैं?

देखिये कुरान में कहा गया है कि-

व अन्ना ल-मस्-नस्समा- अ फ -…………।।

(कुरान मजीद पारा २९ सूरा जिन्न रूकू १ आयत ८)

और हमने आसमान को टटोला तो उसको सख्त चौकीदारों और अंगारों से भरा पाया।

समीक्षा

बिना टटोले खुदा यह बात भी न जान सका था कि आसमान में चौकीदार भी बैठे हैं आसमान में बुर्ज चौकीदार और अंगारे भरे होने की बात उल्माये कुरान को प्रत्यक्ष साबित करनी चाहिये, वरना कोई इस पर विश्वास नहीं करेगा।