आर्यरनेश राजर्षि शाहू महाराज ने पत्रकार डॉ0 अम्बेडकर के प्रथम पत्र ’मूकनायक‘ के संचालन में भी आर्थिक सहायता प्रदान की थी और इतना ही नहीं सन् 1920 में माणगाँव में सम्पन्न प्रथम अस्पृश्यता परिषद में कोल्हापुर के आर्य नरेश शाहू महाराज ने यह भविष्यवाणी भी की थी कि ’डॉ0 अम्बेडकर भारतवर्ष के अखिल भारतीय नेता होंगे।‘ तत्कालीन मुम्बई राज्य के इन दोनों राजाओं के पास जो यह उदारमन और उदारदृष्टि थी, उसकी पृष्ठभूमि में मुझे स्वामी दयानन्द खड़े हुए नजर आते हैं। इन दोनों ही आर्यनरेशों के अन्तःकरण पर निर्विवाद रूप से आर्यसमाजी आन्दोलन की विशिष्ट छाप रही है।
मूकनायक अंक
परल-मुम्बई
16/6/20
श्रीमन् महाराज शाहू छत्रपति, करवीर
महोदय की सेवा में
माणगांव और नागपुर की सभा में पारित प्रस्ताव के अनुसार दि0 26 जून के दिन सर्वत्र आपका जन्म दिवस समारोह आयोजित किया गया है। उसी दिन आपके आश्रय से निकल रहे ’मूकनायक‘ का विशेषांक (भी) निकालने का निश्चय हुआ है। उसमें श्रीमन् महाराज की सचित्र क्रियाशील जीवन की उज्जवल समग्र रूपरेखा दी जाएगी। इसलिए आपके कार्यकाल की आज तक की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए मैंने एक बार आपसे विनति की थी, पर खेद महसूस होता है कि आज तक भी वह जानकारी प्राप्त (नहीं) हुई है। दिन बहुत ही कम बाकी हैं, अतः मैंने स्वयं आकर आवश्यक जानकारी एकत्रित करने का निश्चय किया है। इसी उद्देश्य से मैं आज सांध्यवेला में पहुँचूंगा। (आशा ही नहीं, अपितु पूर्ण विश्वास है कि) श्रीमन् महोदय के दर्शन का लाभ होगा ही।
आपका कृपाभिलाषी
भीमराव आंबेडकर
माननीय अम्बेडकर जी द्वारा हस्तलिखित मराठी भाषा में लिखे ऐतिहासिक पत्र का हिन्दी अनुवाद। यह पत्र कोल्हापुर के छत्रपति शाहू महाराज को लिखा गया है।
सन्दर्भः- ’पत्रोच्या अंतरंगातून डॉ0 बाबासाहेब आंबेडकर‘ नामक मराठी ग्रन्थ के मुखपृष्ठ से यह हस्तलिखित मराठी पत्र उद्धत किया गया है। लेखिका सौ0 चंद्रकला रघुनाथ उकरंडे, प्रकाशक-श्री समर्थ प्रकाशन, 473 दत्तवाड़ी, पुलिस चैकी के पीछे, पुणे-411030। मूल्य-100.00। पृष्ठ संख्या-144।