खुदा ने गोश्त पकाकर उतारा
खुदा ने गोश्त स्वयं पकाया था या किसी होटल में पकवाया था? खुदा ने अंगूर, रबड़ी, हलवा पूड़ी के थाल क्यों नहीं उतारे थे ? क्या खुदा भी गोश्त खाना पसंद करता है?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व अल्लल्ना अलैकुमुल्-गमा-म……….।।
(कुरान मजीद पारा १ सूरा बकर रूकू ६ आयत ५७)
मैंने तुम पर बादल की छाया की और तुम पर ‘‘मन्न१’’ और ‘‘सलवा२’’ भी उतारा और हमने जो तुमको पवित्र भोजन दिये है उनको खाओ।
समीक्षा
खुदा पक्षियों को पकड़ के कत्ल करता था उनके पंख व हड्डी नौचकर साफ करता था और मांस को पकाकर अरबी मुसलमानों को खिलाता था। तो क्या इससे खुदा एक बवर्ची जैसा साबित नहीं होता? गोश्त को पकाकर ‘‘सलवा’’ बनाना भी कोई खुदा का पेशा हो सकता है ? अरबी खुदा भी विचित्र आदमी या होटल का मैंनेजर था।