शैतान की बनाई आयतों के चन्द नमूने
कुरान का यह दावा कि ‘‘कुरान जैसी आयतें कोई नहीं बना सकता है’’ क्या इस बात से गलत नहीं हो जाता है कि कुरान में शैतान ने ही अनेक आयतें बोलकर इस दावे को गलत साबित कर दिया है?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
का-ल लम् अ-कुल्लि-अस्जु-द………।।
(कुरान मजीद पारा १४ सूरा हिज्र रूकू ३ आयत ३३)
शैतान बोला- मैं ऐसे शख्स को सिजदा नहीं करूंगा जिसे तूने खनखनाते सड़े हुए गारे से पैदा किया, जिसकी मिट्टी तूने मुझसे ही मगंवाई थी।
का-ल रब्बि बिमा अरवैतनी……..।।
(कुरान मजीद पारा १४ सूरा हिज्र रूकू ३ आयत ३९)
शैतान ने कहा-ऐ मेरे परवर्दिगार जैसे तूने मेरी राह मारी वैसे ही मैं भी दुनिया इन सबको बहारें दिखाऊँगा और उन सबको राह से बहाऊँगा।
इल्ला अिबाद-क मिन्-हुमुल्……..।।
(कुरान मजीद पारा १४ सूरा हिज्र रूकू ३ आयत ४०)
…….सिवाय उनके जा तेरे चुने हुए बन्दे हैं।
समीक्षा
कुरान का दावा है कि कोई भी मनुष्य या जिन्न या फरिश्ता कुरान के जैसी एक भी सूरत नहीं बना सकता है, चाहे सब मिलकर भी बनाने की कोशिश करें। देखो-
कुल-ल अनिज्-त-म-अतिल्…………।।
(कुरान मजीद पारा १५ सूरा बनीइस्त्राईल रूकू १० आयत ८८)
पर अकेले शैतान ने कितनी ही आयतें बनाकर दिखा दीं जो कुरान में दी हुई हैं। इस प्रकार कुरान का दावा गलत साबित हो गया।