पिछली जिन्दगी का विश्वास करो
जब सबका पहली ही बार जन्म हुआ है तो पिछली जिन्दगी की बात कहना क्या खुदा का धोखा देना नहीं है? जबकि कुरान पुनर्जन्म कमो नहीं मानता है।
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
इलाहुकुम् इलाहु व्वाहिदुन्……….।।
(कुराना मजीद पारा १४ सूरा नहल रूकू ३ आयत २२)
लोगो! तुम्हारा एक खुदा है सो जो लोग पिछली जिन्दगी’’ का विश्वास नहीं करते उनके दिल इन्कारी हैं और वह घमण्डी हैं।
समीक्षा
जब खुदा ने पहली बार ही लोगों को पैदा किया है तो उनको पिछली जिन्दगी का विश्वास न करने पर घमण्डी बताना बेवकूफी की बात साबित होती है। हां! हिन्दुओं के उसूल से जीवों का सदैव पुनर्जन्म होता रहता है पुनर्जन्म की बात मानने से ही पिछली जिन्दगी की बात का हल निकल सकता है। सारे विचार से कुरानकार पुनर्जन्म के सिद्धान्त को ही यहां प्रकट कर रहा है।
नोट- यहाँ पर कुरान के भाष्यकार मौलाना फतेह मुहम्मद खाँ साहब ने अपने तर्जूमे में ‘‘पिछली जिन्दगी’’ की जगह ‘‘आखिरत’’ कर दिया है।
‘‘लाजपज राय अग्रवाल’’