असली कुरान से मुर्दे जी उठें-पहाड़ चलने लगें और जमीन फट जावेगी
वह कुरान पेश करें जिससे मुर्दे जी उठें, बोलने लगें, पहाड़ चलने लगें व जमीन फट जावे? जग कि ऐसा कुरान पेश नहीं होता है तब तक मौजूदा कुरान नकली फर्जी स्वयं ही साबित हो जाता है। इसका प्रचार न किया जावे तो उत्तम होगा। मुर्दे न सही यदि किसी कुरान से मरी हुई मक्खी जिन्दा होकर उड़ने लगेगी तो भी हम उसे असली खुदाई कुरान मान लेंगे।
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व लो अन्-न कुर्आनन् सुय्यिरत्…………।।
(कुरान मजीद पारा १३ सूरा राद रूकू ४ आयत ३१)
और अगर कुरान ऐसा होता जिससे पहाड़ चलने लगते या उससे जमीन के टुकड़े हो सकते या उससे मुर्दे जी उठें और बोलने लगें तो वह यही होता….।
समीक्षा
अगर मौजूदा कुरान सच्चा होता तो दुनियाँ में एक भी मुसलमान मरना नहीं चाहिये था। जमीन जब फट सकती थी तो अलमारी में भूकम्प कुरान रखने से ही आ जाना चाहिए था। मस्जिदों में कुरान रखने से वह बिस्मार हो जानी चाहिये थीं। पहाड़ों में रास्ते बनाने के लिए डाइनेमाइट से उड़ाने के बजाय कुरान से काम लेना चाहिए था। पर एक भी शर्त कुरान से पूरी नहीं होती है अतः हम दावे के साथ कहते हैं कि ‘‘मौजूदा कुरान बिल्कुल नकली है,’’ यह कुरान की शर्त पर असली साबित नहीं किया जा सकता है।