मिट्टी मलने से पाक होना
कुरान में पाक होने के इस अजीबो गरीब तरीके को दलील देकर खुलासा करें?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
या अय्युहल्लजी-न आमनू ला…….।।
(कुरान मजीद पारा ५ सूरा निसा रूकू ७ आयत ४३)
तथा या अय्यु हल्ल जान-न आमनू इजा……..।।
(कुरान मजीद पारा ६ सूरा मायदा रूकू २ आयत ६)
………हाँ! रास्ते चले जा रहे हो और अगर तुम बीमार हो या मुसाफिर या तुममें से कोई पाखाने से आवे या स्त्री प्रसंग करके आया हो और मसह कर लो अर्थात् तुमको पानी न मिल सके तो पाक मिट्टी लेकर मुंह और हाथ पर मल लो। अल्लाह माफ करने वाला व बख्शने वाला है।
समीक्षा
पाक होने के लिये गन्दे हिस्सों को साफ करना तो ठीक होता है पर गुदा या मूत्रेन्द्रिय अर्थात् ऐजायेतनासुल गन्दा होने पर मुंह और हाथ पर मिट्टी मलने से वे कैसे साफ हो जावेंगे?
यह समझ में नहीं आया क्या इसका यह मतलब है कि इसी तरह मुंह और हाथ गन्दे हों तो गुदा और मूत्रेन्द्रिय पर मिट्टी मलने से मुह और हाथ भी पवित्र हो जावेंगे? यह तो विचित्र तरीका कुरान ने बताया है।