स्त्री जैसे पति का सेवन करती है उसी प्रकार की सन्तान को उत्पन्न करती है इसलिए सन्तान की शुद्धि के लिए प्रयत्नपूर्वक स्त्री की रक्षा करे ।
स्त्री जैसे पति का सेवन करती है उसी प्रकार की सन्तान को उत्पन्न करती है इसलिए सन्तान की शुद्धि के लिए प्रयत्नपूर्वक स्त्री की रक्षा करे ।