पतिर्भार्यां संप्रविश्य गर्भो भूत्वेह जायते । जायायास्तद्धि जायात्वं यदस्यां जायते पुनः

कोई भी व्यक्ति जबरदस्ती या दबाव के साथ स्त्रियों की (कुसंगो) से रक्षा नही कर सकता  किन्तु इन आगे कहे उपायों में लगाने से उनकी रक्षा की जा सकती है –

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