Adhyay : 9 Mantra : 292 Back to listings सर्वकण्टकपापिष्ठं हेमकारं तु पार्थिवः । प्रवर्तमानं अन्याये छेदयेल्लवशः क्षुरैः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related