Adhyay : 9 Mantra : 291 Back to listings अबीजविक्रयी चैव बीजोत्कृष्टा तथैव च । मर्यादाभेदकश्चैव विकृतं प्राप्नुयाद्वधम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related