सम्यङ्निविष्टदेशस्तु कृतदुर्गश्च शास्त्रतः । कण्टकोद्धरणे नित्यं आतिष्ठेद्यत्नं उत्तमम् ।

अच्छे सस्यादिसम्पन्न देश का आश्रय करके और वहां शास्त्रानुसार विधि से किला बनाकर राजा अपने राज्य के कंटकों = प्रजा या शासन को पीडित करने वाले लोगों को दूर करने में सदा अधिकाधिक यत्न करे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *