Adhyay : 9 Mantra : 163 Back to listings एक एवाउरसः पुत्रः पित्र्यस्य वसुनः प्रभुः । शेषाणां आनृशंस्यार्थं प्रदद्यात्तु प्रजीवनम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related