हन्ति जातानजातांश्च हिरण्यार्थेऽनृतं वदन् । सर्वं भूम्यनृते हन्ति मा स्म भूम्यनृतं वदीः

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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