Adhyay : 8 Mantra : 98 Back to listings पञ्च पश्वनृते हन्ति दश हन्ति गवानृते । शतं अश्वानृते हन्ति सहस्रं पुरुषानृते । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related