सत्य बोलने से साक्षी पवित्र होता और सत्य ही बोलने से धर्म बढ़ता है इस से सब वर्णों में साक्षियों को सत्य ही बोलना योग्य है ।
(स० प्र० षष्ठ समु०)
सत्य बोलने से साक्षी पवित्र होता और सत्य ही बोलने से धर्म बढ़ता है इस से सब वर्णों में साक्षियों को सत्य ही बोलना योग्य है ।
(स० प्र० षष्ठ समु०)