Adhyay : 8 Mantra : 368 Back to listings सकामां दूषयंस्तुल्यो नाङ्गुलिच्छेदं आप्नुयात् । द्विशतं तु दमं दाप्यः प्रसङ्गविनिवृत्तये Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related