अभिषह्य तु यः कन्यां कुर्याद्दर्पेण मानवः । तस्याशु कर्त्ये अङ्गुल्यौ दण्डं चार्हति षट्शतम्

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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