Adhyay : 8 Mantra : 367 Back to listings अभिषह्य तु यः कन्यां कुर्याद्दर्पेण मानवः । तस्याशु कर्त्ये अङ्गुल्यौ दण्डं चार्हति षट्शतम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related