Adhyay : 8 Mantra : 300 Back to listings पृष्ठतस्तु शरीरस्य नोत्तमाङ्गे कथं चन । अतोऽन्यथा तु प्रहरन्प्राप्तः स्याच्चौरकिल्बिषम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related