तेषां अर्थे नियुञ्जीत शूरान्दक्षान्कुलोद्गतान् । शुचीनाकरकर्मान्ते भीरूनन्तर्निवेशने ।

. इनके अधीन शूरवीर बलवान् कुलोत्पन्न पवित्र भृत्यों को बड़े – बड़े कर्मों में, और भीरू डरने वालों को भीतर के कर्मों में नियुक्त करे ।

(स० प्र० षष्ठ समु०)

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