Adhyay : 6 Mantra : 6 Back to listings वसीत चर्म चीरं वा सायं स्नायात्प्रगे तथा । जटाश्च बिभृयान्नित्यं श्मश्रुलोमनखानि च Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related