Adhyay : 5 Mantra : 59 Back to listings दशाहं शावं आशौचं सपिण्डेषु विधीयते । अर्वाक्संचयनादस्थ्नां त्र्यहं एकाहं एव वा Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related