Adhyay : 5 Mantra : 1 Back to listings श्रुत्वैतानृषयो धर्मान्स्नातकस्य यथोदितान् । इदं ऊचुर्महात्मानं अनलप्रभवं भृगुम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related