Adhyay : 4 Mantra : 206 Back to listings अश्लीकं एतत्साधूनां यत्र जुह्वत्यमी हविः । प्रतीपं एतद्देवानां तस्मात्तत्परिवर्जयेत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related