जो पूर्व निन्दित आठ रात्रि कह आये हैं उनमें जो स्त्री का संग छोड देता है वह गृहाश्रम में बसता हुआ भी ब्रह्मचारी ही कहाता है ।
(सं० वि० गर्भाधान सं०
जो पूर्व निन्दित आठ रात्रि कह आये हैं उनमें जो स्त्री का संग छोड देता है वह गृहाश्रम में बसता हुआ भी ब्रह्मचारी ही कहाता है ।
(सं० वि० गर्भाधान सं०