Adhyay : 3 Mantra : 240 Back to listings होमे प्रदाने भोज्ये च यदेभिरभिवीक्ष्यते । दैवे हविषि पित्र्ये वा तद्गच्छत्ययथातथम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related