Adhyay : 3 Mantra : 233 Back to listings हर्षयेद्ब्राह्मणांस्तुष्टो भोजयेच्च शनैःशनैः । अन्नाद्येनासकृच्चैतान्गुणैश्च परिचोदयेत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related