Adhyay : 3 Mantra : 146 Back to listings एषां अन्यतमो यस्य भुञ्जीत श्राद्धं अर्चितः । पितॄणां तस्य तृप्तिः स्याच्छाश्वती साप्तपौरुषी Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related