Adhyay : 3 Mantra : 115 Back to listings अदत्त्वा तु य एतेभ्यः पूर्वं भुङ्क्तेऽविचक्षणः । स भुञ्जानो न जानाति श्वगृध्रैर्जग्धिं आत्मनः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related