Adhyay : 2 Mantra : 41 Back to listings अमन्त्रिका तु कार्येयं स्त्रीणां आवृदशेषतः । संस्कारार्थं शरीरस्य यथाकालं यथाक्रमम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related