Adhyay : 12 Mantra : 59 Back to listings हिंस्रा भवन्ति क्रव्यादाः कृमयोऽमेध्यभक्षिणः । परस्परादिनः स्तेनाः प्रेत्यान्त्यस्त्रीनिषेविणः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related