Adhyay : 12 Mantra : 21 Back to listings यदि तु प्रायशोऽधर्मं सेवते धर्मं अल्पशः । तैर्भूतैः स परित्यक्तो यामीः प्राप्नोति यातनाः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related