Adhyay : 12 Mantra : 20 Back to listings यद्याचरति धर्मं स प्रायशोऽधर्मं अल्पशः । तैरेव चावृतो भूतैः स्वर्गे सुखं उपाश्नुते । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related