शुभाशुभफलं कर्म मनोवाग्देहसंभवम् । कर्मजा गतयो नॄणां उत्तमाधममध्यमः ।

मन, वचन और शरीर से किये जाने वाले कर्म (शुभ-अशुभ-फलम्) शुभ-अशुभ फल को देने वाले होते है, और उन कर्मों के अनुसार मनुष्यों की उत्तम, मध्यम और अधम ये तीन गतियाँ=जन्मावस्थाएं होती है ।

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