Adhyay : 11 Mantra : 77 Back to listings हविष्यभुग्वानुसरेत्प्रतिस्रोतः सरस्वतीम् । जपेद्वा नियताहारस्त्रिर्वै वेदस्य संहिताम् । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related