Adhyay : 11 Mantra : 76 Back to listings सर्वस्वं वेदविदुषे ब्राह्मणायोपपादयेत् । धनं हि जीवनायालं गृहं वा सपरिच्छदम् । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related