Adhyay : 11 Mantra : 40 Back to listings इन्द्रियाणि यशः स्वर्गं आयुः कीर्तिं प्रजाः पशून् । हन्त्यल्पदक्षिणो यज्ञस्तस्मान्नाल्पधनो यजेत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related