Adhyay : 11 Mantra : 31 Back to listings न ब्राह्मणो वेदयेत किं चिद्राजनि धर्मवित् । स्ववीर्येणैव ताञ् शिष्यान्मानवानपकारिणः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related