Adhyay : 11 Mantra : 200 Back to listings षष्ठान्नकालता मासं संहिताजप एव वा । होमाश्च सकला नित्यं अपाङ्क्त्यानां विशोधनम् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related