Adhyay : 10 Mantra : 94 Back to listings रसा रसैर्निमातव्या न त्वेव लवणं रसैः । कृतान्नं च कृतान्नेन तिला धान्येन तत्समाः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related